पिछले चार माह से एटीएम से नहीं निकल रहे दो हजार के नोट क्योंकि करेंसी चेस्ट को आरबीआई ने एक साल से नहीं भेजी इनकी नई करेंसी

करेंसी चेस्ट को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले एक साल से दो हजार रुपए के नोट की नई करेंसी नहीं भेजी है। बैंकों की शाखाओं में लोगों द्वारा हर रोज जमा की जाने वाली रकम में भी दो हजार के नोट की मात्रा कम रह गई है। यही कारण है कि आरबीआई की शहर में स्थापित छह करेंसी चेस्ट में पांच महीने पहले तक रोजाना औसतन 40 गडि्डयां (एक गड्‌डी में 100 नोट यानी 8000000 रुपए) जमा होती थीं। अब इसकी संख्या घटकर आठ से दस गड्‌डी (1600000 से 2000000 रुपए) रह गई है। जानकारों के अनुसार, बाजार में छोटे नोटों (500, 200, 100 )का प्रचलन बढ़ाने और बड़े नोटों (2000) में ब्लैक मनी को रोकने के लिए संभवत: ऐसा किया गया है।

दो हजार रुपए के सौ नोटों की एक गड्‌डी में दो लाख रुपए आते हैं। इतनी रकम जेब में आसानी से सुरक्षित रखी जा सकती है इसलिए आरबीआई ने नवंबर 2016 में नोटबंदी से लेकर डेढ़ साल तक करीब 20 अरब रुपए के दो हजार के नोट चेस्ट को भेजे थे। शुरुआत में बैंकों की शाखाओं और एटीएम से अधिकांश दो हजार रुपए के नोट ही निकलते थे।